साहित्य : सृजन और समीक्षा
Thanks!<*Sings Maniacally*> We love me, yes, we love Me.I love you too, papa.
चित्र के भाव दुर्लभ हैं, संदर्भ भी बता देते।
सदा इसी तरह मुस्कुराते रहो ..
चित्र दुर्लभ, भाव दुर्लभचिढा रहे या हँस रहेयह भी कहना दुर्लभ :))
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4 टिप्पणियां:
Thanks!
<*Sings Maniacally*> We love me, yes, we love Me.
I love you too, papa.
चित्र के भाव दुर्लभ हैं, संदर्भ भी बता देते।
सदा इसी तरह मुस्कुराते रहो ..
चित्र दुर्लभ, भाव दुर्लभ
चिढा रहे या हँस रहे
यह भी कहना दुर्लभ :))
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