साहित्य : सृजन और समीक्षा
राम की शक्ति पूजा गा लेने में ही वीरोन्माद आ जाता है, काश हम भी श्रोता होते।
@प्रवीण पाण्डेय सच ही 'राम की शक्तिपूजा' को पढ़ने से भीतर एक दृढ़ता के जागरण का अहसास होता है. मैं नेट पर खोजता रहा कि शायद कहीं इसका कोई ऑडियो मिल जाए, तो अपने छात्रों के साथ एन्जॉय किया जाए. पर मिला नहीं, तो स्वयं मुझे ही वाचन करना पड़ा - कक्षा में तो करता ही रहा हूँ.कबीर, तुलसी, प्रसाद और निराला मेरी कमजोरी हैं,बंधु.
निराला जयंति एवं बसंत पंचमी की शुभकामनाएं। सुंदर चित्रावली और समाचार से लगा कि हम भी वहीं कहीं बैठे हैं :)
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राम की शक्ति पूजा गा लेने में ही वीरोन्माद आ जाता है, काश हम भी श्रोता होते।
@प्रवीण पाण्डेय
सच ही 'राम की शक्तिपूजा' को पढ़ने से भीतर एक दृढ़ता के जागरण का अहसास होता है. मैं नेट पर खोजता रहा कि शायद कहीं इसका कोई ऑडियो मिल जाए, तो अपने छात्रों के साथ एन्जॉय किया जाए. पर मिला नहीं, तो स्वयं मुझे ही वाचन करना पड़ा - कक्षा में तो करता ही रहा हूँ.
कबीर, तुलसी, प्रसाद और निराला मेरी कमजोरी हैं,बंधु.
निराला जयंति एवं बसंत पंचमी की शुभकामनाएं। सुंदर चित्रावली और समाचार से लगा कि हम भी वहीं कहीं बैठे हैं :)
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