साहित्य : सृजन और समीक्षा
आलोकपर्व मंगलमय हो !नहीं कहीं कोई भय हो !!शत्रुबुद्धिविनाशक दीपक -ज्योति जगे ! जय हो!! जय हो !!!
बहुत बढिया !!पल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!
सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँखुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!-समीर लाल 'समीर'
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2 टिप्पणियां:
बहुत बढिया !!
पल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!
सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
-समीर लाल 'समीर'
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