साहित्य : सृजन और समीक्षा
बढिया चित्र सर जी। एक अच्छी बात यह कि एक कुकर भी साथ था - कुछ देर और कुछ दूर ही सही :)
चित्र परिचय और कार्यक्रम का संक्षिप्त व्यौरा भी होता तो आनंद चार गुना हो जाता। धन्यवाद।
बहुत अछें फोटो है सर जी ,
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3 टिप्पणियां:
बढिया चित्र सर जी। एक अच्छी बात यह कि एक कुकर भी साथ था - कुछ देर और कुछ दूर ही सही :)
चित्र परिचय और कार्यक्रम का संक्षिप्त व्यौरा भी होता तो आनंद चार गुना हो जाता। धन्यवाद।
बहुत अछें फोटो है सर जी ,
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