tag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post3836186228357217601..comments2024-03-26T08:59:04.807+05:30Comments on ऋषभ उवाच: ''माँ पर नहीं लिख सकता कविता'' *RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-7414235708735829312009-09-10T09:28:38.353+05:302009-09-10T09:28:38.353+05:30हिन्दी जगत निश्चय ही इसका स्वागत करेगा....
अच्छी प...हिन्दी जगत निश्चय ही इसका स्वागत करेगा....<br />अच्छी प्रस्तुति....बहुत बहुत बधाई...कंचनलता चतुर्वेदीhttps://www.blogger.com/profile/12380457436009692667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-3806611279846992652009-09-07T23:26:35.138+05:302009-09-07T23:26:35.138+05:30"''माँ पर नहीं लिख सकता कविता'..."''माँ पर नहीं लिख सकता कविता'' *<br /><br />और मां पर इतनी सुंदर कविता रच डाली! यह प्रसिद्ध रचनाकार चंद्रकांत देवतले ही कर सकते हैं। उन पर लिखी पुस्तक से परिचित कराने के लिए आभार।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.com