tag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post1459662681139134533..comments2024-03-26T08:59:04.807+05:30Comments on ऋषभ उवाच: अहिल्या जी के प्रति कृतज्ञता सहितRISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttp://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comBlogger8125tag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-7086010299468962282012-02-24T23:18:55.129+05:302012-02-24T23:18:55.129+05:30@ Vinita Sharma
एवमस्तु!!!@ Vinita Sharma <br /><br />एवमस्तु!!!RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-74079308604076775112012-02-24T23:18:12.381+05:302012-02-24T23:18:12.381+05:30@संपत देवी मुरारका
आना तो मैं भी हर बार और हर जगह...@संपत देवी मुरारका<br /><br />आना तो मैं भी हर बार और हर जगह चाहता हूँ लेकिन हो नहीं पाटा; इसलिए जब कभी ऐसे मौके मिल जाते हैं तो आगे पीछे की सारी कसार निकाल लेता हूँ. जानता हूँ आप सब भले लोग हैं , मेरी ढेरों कविताएं झेल जाते हैं.RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-5440392722796515412012-02-24T23:14:37.457+05:302012-02-24T23:14:37.457+05:30@चंद्रमौलेश्वर प्रसाद
आपकी इतवारियत तो हमें मजबू...@चंद्रमौलेश्वर प्रसाद <br /><br />आपकी इतवारियत तो हमें मजबूरी में बर्दाश्त करनी पड़ रही है. इतनी दूर से इतनी भीड़भाड में आने के लिए हम आप पर दबाव नहीं डालते तो यह हमारी भलमनसाहत है. <br /><br />अपने स्वास्थ्य का ख़याल रखिए.RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-65255564858111485222012-02-24T23:11:03.275+05:302012-02-24T23:11:03.275+05:30प्रिय भाई प्रवीण पाण्डेय जी,
सच कहा आपने. जुडाव बे...प्रिय भाई प्रवीण पाण्डेय जी,<br />सच कहा आपने. जुडाव बेहद ज़रूरी है मानसिक स्वास्थ्य के लिए. बिखराव हुआ तो मन भी बिखर जाता है न.RISHABHA DEO SHARMA ऋषभदेव शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09837959338958992329noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-39480299942414537152012-02-24T22:15:58.641+05:302012-02-24T22:15:58.641+05:30ऐसे अपरिभाषित आनंद के अवसर कम आते है इसकी संख्या ब...ऐसे अपरिभाषित आनंद के अवसर कम आते है इसकी संख्या बढाने में सहयोग कीजिएVinita Sharmahttps://www.blogger.com/profile/18145224555866055396noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-17495354590990733402012-02-24T15:10:05.591+05:302012-02-24T15:10:05.591+05:30आ. ऋषभदेव जी,
आपके आने से हमारा मनोबल बढ़ता है | आ...आ. ऋषभदेव जी,<br />आपके आने से हमारा मनोबल बढ़ता है | आपके विचारों को सुनने का मौका हमें मिलता है | अच्छा लगता है |संपत देवी मुरारकाhttps://www.blogger.com/profile/09970933396765531753noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-1648734810264681992012-02-23T16:31:22.833+05:302012-02-23T16:31:22.833+05:30आप इतवार को नींद से वंचित रहे और हम रोज़ इतवारियत ...आप इतवार को नींद से वंचित रहे और हम रोज़ इतवारियत मना रहे हैं सर जी :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4143480273526923647.post-23026649618373470802012-02-23T06:17:52.090+05:302012-02-23T06:17:52.090+05:30इस तरह के मासिक मानसिक जुड़ाव साहित्यिक स्वास्थ्य ...इस तरह के मासिक मानसिक जुड़ाव साहित्यिक स्वास्थ्य के लिये लाभदायक हैं..प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com